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शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2016

हिंदी अनुसंधान की नई दिशाएँ


उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, हैदराबाद :
कार्यशाला : 18 फरवरी, 2016 :
-----------------------------------------------------------------------------------------  ऋषभदेव शर्मा
1.        परंपरागत दिशाएँ
-    साहित्यकार
-    साहित्यिक कृति
-    साहित्येतिहास : काल
-    साहित्यिक प्रवृत्ति
-    विचारधारा
-    भाषाविज्ञान

2.       परंपरागत शोध-दृष्टियाँ
-    काव्यशास्त्रीय : भारतीय, पाश्चात्य
-    समाजशास्त्रीय
-    ऐतिहासिक
-    मार्क्सवादी
-    मनोविश्लेषणवादी
-    शैलीवैज्ञानिक
-    रूपवादी
-    सौन्दर्यशास्त्रीय
-    मिथकीय

3.       नई शोध-दृष्टियाँ
-    तुलनात्मक अध्ययन : आधुनिक परिप्रेक्ष्य
-    लोक अध्ययन
-    स्त्री विमर्श
-    दलित विमर्श
-    आदिवासी विमर्श
-    अल्पसंख्यक विमर्श
-    पर्यावरण विमर्श
-    वृद्धावस्था विमर्श
-    किन्नर विमर्श

4.       नए शोध-क्षेत्र
-    हिंदी शिक्षण
-    अनुवाद समीक्षा : अनुवाद तुलना
-    प्रतीकांतरण : कथा/ नाट्य
-    राजभाषा क्रियान्वयन
-    पत्रकारिता : सम्पादकीय से विज्ञापन तक
-    टेलिविजन : समाचार से धारावाहिक तक : वस्तु से वास्तु तक 
-    फिल्म : रूपांतरण से उत्तर आधुनिकता तक : पटकथा/ संवाद/ गीत/ प्रतिपाद्य
-    प्रवासी साहित्य : डायस्पोरा / बहिर्गमन / विस्थापन : सांस्कृतिक संदर्भ   
-    लोक साहित्य : संरक्षण/ विवेचन
-    लुप्तप्राय भाषाएँ


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